परामर्श को प्रोत्साहित किया जाएगा
गंभीर बीमारी के मामलों में, विशेषकर कठिन या संदिग्ध स्थितियों में होम्योपैथी के चिकित्सक परामर्श की सलाह देंगे | परामर्श, चिकित्सीय गर्भपात में, उस महिला के इलाज में जिसने आपराधिक गर्भपात करवाया हो, विषाक्तता के संदिग्ध मामलों में या जब रोगी या उसके प्रतिनिधि द्वारा इच्छित हो, दिया जाएगा |
परामर्श में समय की पाबंदी
परामर्श के लिए बैठक में होम्योपैथी चिकित्सक द्वारा समय की पाबंदी का विशेष ध्यान रखा जाएगा | यदि होम्योपैथी परामर्शदाता निर्धारित समय बीत जाने के 15 मिनट बाद भी नहीं पहुंचता है, तो होम्योपैथी के पहले चिकित्सक के पास रोगी को अकेले देखने की स्वतंत्रता होगी, बशर्ते देरी से आने वाला होम्यपैथिक परामर्शदाता लिखित में अपना कार्य छोड़ने की सहमति एक बंद लिफाफे में दे दे |
रोगी का किसी दूसरे चिकित्सक के पास भेजा जाना
यदि किसी मरीज को अटेंडिंग होम्योपैथी चिकित्सक द्वारा अन्य चिकित्सक के पास भेजा जाता है तो, उस नए होम्योपैथी चिकित्सक को मामले का विवरण दिया जाएगा। बाद में नियुक्त हुआ होम्योपैथिक चिकित्सक एक बंद लिफाफे में अपने मत को लिखित रूप में अटेंडिंग होम्योपैथिक को प्रेषित करेगा।
रोगी के लाभ के लिए परामर्श
प्रत्येक परामर्श में, रोगी को लाभ दिया जाना प्रथम वरीयता होगी| होम्योपैथी के सभी चिकित्सक मरीज के परिवार के किसी सदस्य अथवा उसके जिम्मेदार मित्रों के साथ परामर्श हेतु सक्षम होंगे |
परामर्श में आचरण
- परामर्श के दौरान निजी प्रतिद्वंदिता, द्वेष अथवा ईर्ष्या का कोई स्थान नहीं होगा | प्रभारी होम्योपैथी चिकित्सक को पूर्ण व यथोचित सम्मान दिया जाएगा व इस प्रकार का कोई बयान अथवा टिप्पणी नहीं की जाएगी जो रोगी में चिकित्सक के विश्वास को कम कर दे | इस विषय पर रोगी या उसके परिवारीजनों की उपस्थिति में कोई चर्चा नहीं की जाएगी |
- संबन्धित होम्योपैथिक प्रैक्टिश्नर्स की उपस्थिति में रोगी को या उसके परिवारीजनों को पूरा विवरण दिया जाएगा, पूर्व सहमति को छोड़कर, अपनी राय रोगी या उसके मित्रों अथवा परिवारीजनों को देने की स्वतन्त्रता होम्योपैथिक चिकित्सक के पास सुरक्षित होगी |
- चिकित्सकों के मत में यदि अंतर हो तो भी उन्हें अनावश्यक रूप से उजागर नहीं किया जाएगा, जब तक कि उनमें कोई अपूर्णीय अंतर न हो, तो परिस्थितियों को रोगी और उसके दोस्तों को स्पष्ट और निष्पक्ष रूप से समझाया जाएगा।
- यदि मरीज भविष्य में भी होम्योपैथी परामर्श लेना चाहता है तो उसका स्वागत है।
परामर्श की समाप्ति
होम्योपैथी के परामर्शदाता का कार्य तब समाप्त माना जाएगा जब उसके परामर्श का कार्य पूरा हो जाएगा,अथवा जब तक अटेंडिंग होम्योपैथी चिकित्सक द्वारा दूसरी नियुक्ति का प्रबंधन नही किया जाता।
परामर्श के बाद उपचार
- कोई भी निर्णय होम्योपैथी के अटेंडिंग चिकित्सक को उपचार में बदलाव करने से नहीं रोकेगा क्योंकि रोगी की स्थिति के अनुसार किसी भी अप्रत्याशित परिवर्तन की आवश्यकता हो सकती है; बशर्ते पिछले परामर्श पर भिन्नता के कारण बता दिये गए हों ।
- यदि किसी होम्योपैथी अटेंडिंग को किसी वर्तमान चिकित्सक की अनुपस्थिति में आपात स्थिति में भेजा जाता है तो उसके वही अधिकार व दायित्व होंगे जो पूर्व चिकित्सक के थें| अटेंडिंग होम्योपैथिक चिकित्सक रोगी को किसी भी समय में दवाएं लिख सकते हैं परंतु परामर्शदाता केवल आपातकालीन स्थितियों में ही ऐसा करने का अधिकारी होगा |
परामर्शदाता द्वारा मामले का प्रभार नहीं ग्रहण करने हेतु
- यदि होम्योपैथी चिकित्सक को परामर्शदाता के तौर पर नहीं बुलाया गया है परंतु रोगी की स्थितियाँ दुर्लभ एवं असाधारण हैं तो वे मामले का चार्ज लेने के लिए संबन्धित परामर्शदाता का औचित्य साबित करेगा।
- होम्योपैथिक चिकित्सक को केवल रोगी या उसके मित्रों के कहने पर ही ऐसा नहीं कर देना चाहिए |
गैर-पंजीकृत प्रैक्टिश्नर से परामर्श लेने पर रोक
होम्योपैथी का कोई भी चिकित्सक किसी भी अपंजीकृत होम्योपैथी चिकित्सक से परामर्श नहीं लेगा |